पेम्फिगस वल्गेरिस (पीवी) त्वचा का एक ऑटोइम्यून विकार है। इसमें त्वचा और श्लेष्मा झिल्ली पर छाले और घाव (फोड़े) हो जाते हैं।इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली त्वचा में कुछ प्रोटीन पर हमला कर देती है। पेम्फिगस आमतौर पर मध्यम आयु वर्ग या वृद्ध लोगों में होता है।
पेम्फिगस फोलियासस आम तौर पर पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से प्रभावित करता है, लेकिन कुछ आबादी में, पुरुषों की तुलना में महिलाओं को यह बीमारी अधिक बार होती है। जबकि पेम्फिगस फोलियासस की शुरुआत की उम्र आमतौर पर 40 से 60 वर्ष के बीच होती है, कुछ क्षेत्रों में यह लक्षण बचपन में भी शुरू हो सकते हैं।
पेम्फिगस के चार प्रमुख प्रकार प्रचलित हैं :
इनमें पेम्फिगस वल्गेरिस, पेम्फिगस फोलियासस, आईजीए पेम्फिगस और पैरानियोप्लास्टिक पेम्फिगस शामिल हैं। पेम्फिगस का सबसे प्रचलित रूप पेम्फिगस वल्गरिस है। हालाँकि, दुनिया के कुछ क्षेत्रों में पेम्फिगस फोलिएसस भी प्रचलित है। त्वचा की प्रतिरक्षा प्रणाली पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होती है। सूरज की रोशनी और हवा का तापमान आम तौर पर हमारे शरीर के त्वचा को प्रभावित करते हैं, लेकिन, अगर आपको बुलस पेम्फिगॉइड (बीपी) है, जो एक ऑटोइम्यून बीमारी है, तो धूप या बहुत अधिक गर्मी से त्वचा पर छाले पड़ सकते हैं ।
विटामिन डी : पेम्फिगस और पेम्फिगॉइड रोगियों के लिए आवश्यक सबसे महत्वपूर्ण विटामिनों में से एक, क्योंकि सूरज की कमी, प्रेडनिसोलोन(स्टेरॉयड्स) का उपयोग और यहां तक कि बीमारी भी शरीर में इस विटामिन के अवशोषण को कम कर सकती है। आपमें से जिन लोगों को पेम्फिगस/पेम्फिगॉइड (पी/पी) से संबंधित त्वचा रोगों में से कोई एक रोग है, उनके लिए तनाव इस बीमारी को बढ़ाने का नंबर एक कारक है।
पेम्फिगस को ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन उपचार से अधिकांश लोग अपने पेम्फिगस को नियंत्रित कर सकते हैं। उपचार सभी प्रकार के पेम्फिगस के कारण होने वाले छाले और घावों को कम (और कभी-कभी साफ़) कर सकता है। उपचार से पेम्फिगस को बिगड़ने से भी रोका जा सकता है।हाँ होमियोपैथी में इसका अच्छा उपचार हो सकता है यदि आप किसी बेहतरीन होमियापैथिक डॉक्टर के उपचार में हों। Dr. A.K. ARUN (हील इनिशिएटिव)